ज़रा सा छुओ तो
पूरा छूने की चाह
एक चिंगारी से
दहकता है जंगल
अंजुरी भर पियो तो
समुद्र चाहिये पूरा
पृथ्वी पूरी
पूरा सूर्य
सिर्फ ज़रा सी उड़ान
और आसमां चाहिये पूरा
न पीने को न जीने को
चाहिये खुद को डुबाने को।
ज़रा सा छुओ तो
पूरा छूने की चाह
एक चिंगारी से
दहकता है जंगल
अंजुरी भर पियो तो
समुद्र चाहिये पूरा
पृथ्वी पूरी
पूरा सूर्य
सिर्फ ज़रा सी उड़ान
और आसमां चाहिये पूरा
न पीने को न जीने को
चाहिये खुद को डुबाने को।
शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु हैं। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु हैं। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु हैं।
समानता Women’s Day advocates gender parity. महिला दिवस लैंगिक समानता की वकालत करता है।