सागर तट
भीगी माटी
लहरों का आवागमन
क्रीड़ा मग्न
चॅद्र किरण
आकर्षित चुम्बन
लहरों का उत्सव
अनायास अनुभव
उस नृत्य लीला में
सिमट गया अस्तित्व
और साक्षात्कार हुआ
निर्लेप स्वरूप
हरि ॐ तत सत
निराकार साकार हो गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

आज का विचार

जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

आज का शब्द

मोहर Continuous hard work is the cachet of success in the life. निरंतर परिश्रम ही जीवन में सफलता की मोहर है।