तोता

जोगिया – पल

छवि

छलाव

गुज़रना उस हरे–भरे मोड़ से

खोई हुई आग की तलाश

कल फिर गांव से गुज़रेगी रेल

मानसून

सादा दिल औरत के जटिल सपने

कठपुतली जो चिड़िया होना चाहती थी

साधना कक्ष

दो छोटी रूमानी कविताएं

कच्चा आंगन

क्यों नहीं जन्मे हम एक शलभ की तरह

एकान्त

एकरसता

एक मार्मिक छोर : एक हार

एक पोट्रेट

एक धागा हताशा का

नव वर्ष

एक दिन प्रकृति के संग भी

बिखरे पुष्प की गंध

एक छोटी सी उड़ान

एक औरत के गुनाह

आज का विचार

जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं हैं।

आज का शब्द

समानता Women’s Day advocates gender parity. महिला दिवस लैंगिक समानता की वकालत करता है।