एक औरत के यकीन

एक औरत की पुकार

उसकी प्रकृति है मां होना

पारदर्शी

उल्लास की विलुप्त नदी

इसी ज़मीन का मौसम

इस पल

इतना भी क्या कम है?

हरे भरे मन की थाह

क्या आज भी ?

और फिर

आत्मविस्मृति

ज़िद

आत्मघात

पतझड़ और अलगाव

आदमियत का सच्चा किस्सा

आबिदा परवीन को सुनते हुए

अलौकिक खेल रंगों का

अमलताश : 2

अमलताश : 1

अपने ही विरूद्ध

विरल

अनकण्डीशनल

एक कोलाज

आज का विचार

ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार हैं।

आज का शब्द

द्विशाखित होना The river bifurcates up ahead into two narrow stream. नदी आगे चलकर दो संकीर्ण धाराओं में द्विशाखित हो जाती है।